आज मुस्लिम इंस्पेक्टर, कल मुस्लिम थाना, फिर मुस्लिम पुलिस, फिर मुस्लिम न्याय संहिता, फिर मुस्लिम न्यायालय, फिर मुस्लिम न्यायाधीश, फिर मुस्लिम फौज, फिर मुस्लिम राज्य, फिर देश का बंटवारा - यही चाहत है सच्चर समिति , सोनिया गांधी-मनमोहन सिंह, कांग्रेस और धर्म निरपेक्षता का दंभ भरने वाले राजनीतिज्ञों और बुद्धिजीवियों की. सवाल यह है कि हम इन्हें कैसे सहन कर रहे हैं.
ये भ्रष्ट है, ये देश तोडू हैं, ये जनता को धोखा देने वाले हैं, इनकी कोई सोच नहीं है, इनका कोई दर्शन नहीं है. इनके खुद के कोई विचार नहीं हैं ये आचरण से कहीं से भी भारतीय नज़र नहीं आते और देश का दुर्भाग्य तो देखो ये सत्ता के सर्वोच्च पदों पर काबिज हैं. हे भगवान्! मेरे देश की रक्षा करना.
ये भ्रष्ट है, ये देश तोडू हैं, ये जनता को धोखा देने वाले हैं, इनकी कोई सोच नहीं है, इनका कोई दर्शन नहीं है. इनके खुद के कोई विचार नहीं हैं ये आचरण से कहीं से भी भारतीय नज़र नहीं आते और देश का दुर्भाग्य तो देखो ये सत्ता के सर्वोच्च पदों पर काबिज हैं. हे भगवान्! मेरे देश की रक्षा करना.
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