दैनिक जागरण के ५ जून के पृष्ठ संख्या ३ पर प्रकाशित समाचार जिसमें अधिकाँश हिन्दुओं को ही दोषी मानकर उनके खिलाफ मुक़दमे लिखे गए जिस प्रकरण मैं कई लोगो को बंद कर दिया गया ऐसा जान पड़ता था की जैसे सांप्रदायिक एवं लक्षित हिंसा रोकथाम अधिनियम जैसे हिन्दू विरोधी अधिनियम के तहत हिन्दुओं को बहुसंख्यक तथा मुस्लिम को अल्पसंख्यक मान कर केवल हिन्दुओं के विरुद्ध एक तरफ़ा कार्यवाही की जा रही हो l
एक मुस्लिम बस्ती से घटना की शुरुवात हुई, शुक्रवार को मुस्लिम नमाज अदायगी के बाद आ रहे थे जिसके बाद यह घटना हुयी तोह क्या इसमें हिन्दुओं की संलिप्तता अधिक होनी चाहिए या मुस्लिमो की जिन्होंने इस घटना की शुरुआत की ??????
लेकिन प्रशानिक कार्यवाही मैं एकतरफा 171 मुक़दमे दर्ज किये गए और 1220 अज्ञात के खिलाफ मुक़दमे लिखे संभवतः यह 1220 वो हो सकते है जिनको पुलिस बाद मैं अपनी सूचि मैं डाले यदि कोई भी हिन्दू भाई मिले और उसको पकड़ कर उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाये तथा यह 1220 की सूचि पूरी हो सके l
एक मुस्लिम बस्ती से घटना की शुरुवात हुई, शुक्रवार को मुस्लिम नमाज अदायगी के बाद आ रहे थे जिसके बाद यह घटना हुयी तोह क्या इसमें हिन्दुओं की संलिप्तता अधिक होनी चाहिए या मुस्लिमो की जिन्होंने इस घटना की शुरुआत की ??????
लेकिन प्रशानिक कार्यवाही मैं एकतरफा 171 मुक़दमे दर्ज किये गए और 1220 अज्ञात के खिलाफ मुक़दमे लिखे संभवतः यह 1220 वो हो सकते है जिनको पुलिस बाद मैं अपनी सूचि मैं डाले यदि कोई भी हिन्दू भाई मिले और उसको पकड़ कर उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाये तथा यह 1220 की सूचि पूरी हो सके l
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