Monday, 2 July 2012

ये कहानी नहीं सत्य घटना है

ये कहानी नहीं सत्य घटना है (एक शोषित बहिन की दास्तान है) 
एक नन ने आपनी आत्मकथा लिख कर कैथोलिक समुदाय को झकझोर रख दिया है. केरल की एक पूर्व नन ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि कैथोलिक चर्च में पादरियों द्वारा ननों का यौन शोषण किया जाता है. हालांकि अभी यह किताब औपचारिक रूप से रिलीज नहीं हुई है. इससे पहले एक अंग्रेजी अखबार में उनकी आत्मकथा का कुछ अंश छपा है.

पूर्व नन अपनी आत्मकथा 'ननमा निरंजवले स्वस्ति' में सिस्टर मैरी चांडी (67) ने लिखा है कि एक पादरी ने उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश की, इसका विरोध करने पर उन्हें चर्च छोड़ना पड़ा था. यह घटना 12 साल पहले की है.

सिस्टर मैरी ने लिखा है मैंने 'वायनाड गिरिजाघर' में हुए अपने अनुभव को समेटने की कोशिश की है. उनके मुताबिक चर्च में जिंदगी आध्यात्मिकता के बजाय वासना से भरी थी.

उन्होंने लिखा है कि एक पादरी ने मेरे साथ बलात्कार करने की कोशिश की थी. मैंने उस पर स्टूल चलाकर इज्जत बचाई थी.

सिस्टर मैरी ने लिखा है कि मैंने जाना कि पादरी और नन दोनों ही मानवता की सेवा के संकल्प से भटक जाते हैं और अपनी शारीरिक जरूरतों की पूर्ति में लगे रहते हैं.

यह वजह है कि उन्होंने तंग आकार गिरजाघर और कॉन्वेंट छोड दिया. हालांकि सिस्टर मैरी ने अपनी जिंदगी के 40 साल नन के रूप में बिताए हैं.

जैसा कि सिस्टर मैरी ने लिखा है कि उन्होंने 13 साल की उम्र में घर से भागकर नन बनी थी. चालीस साल तक चर्च से जुड़ी रही लेकिन इसके बदले उन्हें शोषण और अकेलापन झेलना पड़ा.

मालूम हो कि चर्च में हो रहे यौन शोषण पर लिखी गयी यह पहली किताब नहीं है. करीब दो साल पहले एक नन सिस्टर जेस्मी की पुस्तक 'आमेन: द ऑटोबायॉग्रफी ऑफ ए नन' ने एक किताब तहलका मचा दिया था. उनकी किताब ने भी कॉन्वेंट में हो रहे यौन शोषण और व्यभिचार का खुलासा किया था.

कब कब बटा भारत


Hindusthan ka sher


Osama Bin Laden was not a terorist, but a Jehadi.


UP MLA of Ittehad-e-Millat Council, Mr. Shajzil Islam says that Osama Bin Laden was not a terorist, but a Jehadi.

Muslims in India have to choose if their ideal is Osama Bin Laden or Dr. APJ Abdul Kalam.
ये बोल वचन हैं पूर्व ब.स.पा. विधायक व वर्तमान आई.एम.सी.(इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल) विधायक शाहजिल इस्लाम के !
यही लोग आतंकवाद के समर्थक हैं!
क्या यह इस्लामिक आतंकवाद नहीं है?????

जब केवल हिन्दुत्व की बात करने भर से बी.जे.पी. सांसद वरुन गाँधी के ऊपर तमाम गंभीर धाराओं के साथ ही गैंगस्टर की कार्यवाही तक की गई, और शाहजिल इस्लाम के ऊपर अब तक कोई भी कार्यवाही नहीं!!!!!!!!!!

आखिर क्यों??????????????????????
और कब तक????????

Sunday, 10 June 2012

कांग्रेस की नजर मे इस देश के लिए अपना बलिदान देने वाले मतवाले आज़ाद हिंद फ़ौज के फौजी गद्दार है

आप अन्ना और रामदेव को कांग्रेस द्वारा भ्रष्ट कहने पर चौक जाते है ? नीच कांग्रेस ने संसद मे आज़ाद हिंद फ़ौज को गद्दार कहते हुए आज़ाद हिंद फ़ौज के पूर्व फौजियो को सेना की तरह पेंशन और दूसरे सुविधाए देने से मना कर दिया था |जी हाँ मित्रों, आज की पीढ़ी ये सुनकर हिल जायेगी की कांग्रेस की नजर मे इस देश के लिए अपना बलिदान देने वाले मतवाले आज़ाद हिंद फ़ौज के फौजी गद्दार है |

ये संसद के रिकार्ड मे दर्ज है |

जब डॉ श्यामा प्रशाद मुखर्जी ने नेहरु से आजाद हिंद फ़ौज के पूर्व सैनिको को भारतीय सेना के मानदंड पर पेंशन और भारतीय सेना अपने सैनिको को रिटायर के बाद जो सुविधा देती है वो सब देने का प्रस्ताव रखा था |

लेकिन नेहरु ने कहा की "मै आजाद हिंद फ़ौज को मान्यता नही देता , ये एक आतंकवादी कृत्य था . मै किसी निजी सेना बनाने के खिलाफ हूँ भले ही उसका इस्तेमाल देश के लिए हो , इसलिए मै ऐसे किसी भी प्रस्ताव को स्वीकार नही करूँगा |"

मित्रों, ये संसद के रिकार्ड मे है |

फिर भी लोग इस नीच कांग्रेस को वोट क्यों देते है ?

How Islam is radical. This movie is a must watch.

This is the video NYPD Chief Raymond Kelly routinely used as part of his department's anti-terrorism training. Caving into local outraged Muslims and to a city government weakened by political correctness, Chief Kelly recently issued an apology for showing it.

ओह .. वाह रे कांग्रेस की हिन्दुओ को अपमानित करने की पालिसी ..

 जिसे जेंकेट कहा जाता है उसमे मुस्लिम पत्रकारों को ज्यादा से ज्यादा संख्या मे शामिल किया जाये |

प्रधानमंत्री कार्यालय ने सलमान खुर्शीद के इस सुझाव पर तुरंत अमल करने का फैसला किया और आने वाले हप्ते मे प्रधानमंत्री ने जी २० बैठक मे रियो डी जेनेरियो जाने वाले जेंकेट मे कुल ७८ पत्रकारों मे से कुल ३८ मुस्लिम पत्रकार चुने गए है |

हैरानी की बात ये है की ३ पत्रकार एक ही घर से है .. टीम अन्ना की सदस्य शाजिया इल्मी और उनके दो भाइयो को भी इस जेंकेट मे शामिल किया गया है |

मित्रों, क्या इस देश मे अब धर्म निरपेक्षता की नई परिभाषा गढ़ी जायेगी ? अगर कोई मुस्लिम मुसलमानों के लिए आवाज उठाये तो उसे धर्म निरपेक्ष माना जायेगा और अगर कोई हिंदू हिंदुत्व की बात करेगा तो उसे साम्प्रदायिक माना जाएगा ?

आखिर इस देश मे इस मामले मे मीडिया और कांग्रेस इतना दोगला रवैया क्यों अपना रहे है ?

मित्रों, कहावत है की जब अपना ही सिक्का खोटा हो तो फिर दूसरों को दोष नही देना चाहिए | मै इस मामले मे कांग्रेस, मीडिया या सलमान खुर्शीद के बजाय हिन्दुओ को हो दोषी मानता हूँ |

इतने अपमान और इतने लात खाने के बाद भी आजतक हिंदू वोट बैंक नही बना .. सोचिये मुस्लिम आरक्षण के लिए क़ानूनी खर्च मे ही सलमान खुर्शीद ने करीब दो करोड रूपये अपने मंत्रालय से दिये .. फिर हाईकोर्ट ने हारने के बाद केन्द्र सरकार सुप्रीम कोर्ट मे गयी |

एक तरफ मुसलमानों को सरकारी पैसे से हज करवाया जा रहा है और वहीँ दूसरी तरफ हिन्दुओ को अपने पैसे से भी अमरनाथ यात्रा पर जाने मे कई परेशानिय खड़ी की जा रही है | हर साल कांग्रेस एक सोची समझी साजिश के तहत अमरनाथ यात्रा के दिनों मे १० दिन की कटौती करती जा रही है और आने वाले पांच साल मे बाद कांग्रेस अमरनाथ यात्रा को बंद कर देगी |

सोचिये, जब एक मुस्लिम मंत्री सलमान खुर्शोद खुलेआम इस देश के सम्विधान और चुनाव आयोग को चुनौती देते हुए कहता है की मै मुसलमानों को आरक्षण देकर रहूँगा जिसको जो करना है वो कर ले | तब उसे मीडिया साम्प्रदायिक क्यों नही कहती ?

अगर यही बयान कोई हिंदू हिन्दुओ के लिए देता तो अब तक उसके खिलाफ बीस पचीस केस दर्ज करके जेल मे डाल दिया गया होता और उसे साम्प्रदायिक घोषित कर दिया जाता |

अगर भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है तो भारत का प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह क्यों कहता है की इस देश के सभी संशाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है ? अगर ये बयान नरेंद्र मोदी हिन्दुओ के लिए देते तो अब तक गुजरात सरकार बर्खास्त हो चुकी होती . और मोदी के खिलाफ पूरे देश मे हजारों केस दर्ज हो चुके होते |

आखिर कब तक इस देश मे धर्मनिरपेक्षता की दोगली परिभाषा रचती जाती रहेगी ?
मित्रों, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार एनडीटीवी के पूर्व सम्पादक पंकज पचौरी को पत्र लिखा कि प्रधानमंत्री के विदेश दौरे के लिए जाने वाले पत्रकारों जिसे जेंकेट कहा जाता है उसमे मुस्लिम पत्रकारों को ज्यादा से ज्यादा संख्या मे शामिल किया जाये |

प्रधानमंत्री कार्यालय ने सलमान खुर्शीद के इस सुझाव पर तुरंत अमल करने का फैसला किया और आने वाले हप्ते मे प्रधानमंत्री ने जी २० बैठक मे रियो डी जेनेरियो जाने वाले जेंकेट मे कुल ७८ पत्रकारों मे से कुल ३८ मुस्लिम पत्रकार चुने गए है |

हैरानी की बात ये है की ३ पत्रकार एक ही घर से है .. टीम अन्ना की सदस्य शाजिया इल्मी और उनके दो भाइयो को भी इस जेंकेट मे शामिल किया गया है |

मित्रों, क्या इस देश मे अब धर्म निरपेक्षता की नई परिभाषा गढ़ी जायेगी ? अगर कोई मुस्लिम मुसलमानों के लिए आवाज उठाये तो उसे धर्म निरपेक्ष माना जायेगा और अगर कोई हिंदू हिंदुत्व की बात करेगा तो उसे साम्प्रदायिक माना जाएगा ?

आखिर इस देश मे इस मामले मे मीडिया और कांग्रेस इतना दोगला रवैया क्यों अपना रहे है ?

मित्रों, कहावत है की जब अपना ही सिक्का खोटा हो तो फिर दूसरों को दोष नही देना चाहिए | मै इस मामले मे कांग्रेस, मीडिया या सलमान खुर्शीद के बजाय हिन्दुओ को हो दोषी मानता हूँ |

इतने अपमान और इतने लात खाने के बाद भी आजतक हिंदू वोट बैंक नही बना .. सोचिये मुस्लिम आरक्षण के लिए क़ानूनी खर्च मे ही सलमान खुर्शीद ने करीब दो करोड रूपये अपने मंत्रालय से दिये .. फिर हाईकोर्ट ने हारने के बाद केन्द्र सरकार सुप्रीम कोर्ट मे गयी |

एक तरफ मुसलमानों को सरकारी पैसे से हज करवाया जा रहा है और वहीँ दूसरी तरफ हिन्दुओ को अपने पैसे से भी अमरनाथ यात्रा पर जाने मे कई परेशानिय खड़ी की जा रही है | हर साल कांग्रेस एक सोची समझी साजिश के तहत अमरनाथ यात्रा के दिनों मे १० दिन की कटौती करती जा रही है और आने वाले पांच साल मे बाद कांग्रेस अमरनाथ यात्रा को बंद कर देगी |

सोचिये, जब एक मुस्लिम मंत्री सलमान खुर्शोद खुलेआम इस देश के सम्विधान और चुनाव आयोग को चुनौती देते हुए कहता है की मै मुसलमानों को आरक्षण देकर रहूँगा जिसको जो करना है वो कर ले | तब उसे मीडिया साम्प्रदायिक क्यों नही कहती ?

अगर यही बयान कोई हिंदू हिन्दुओ के लिए देता तो अब तक उसके खिलाफ बीस पचीस केस दर्ज करके जेल मे डाल दिया गया होता और उसे साम्प्रदायिक घोषित कर दिया जाता |

अगर भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है तो भारत का प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह क्यों कहता है की इस देश के सभी संशाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है ? अगर ये बयान नरेंद्र मोदी हिन्दुओ के लिए देते तो अब तक गुजरात सरकार बर्खास्त हो चुकी होती . और मोदी के खिलाफ पूरे देश मे हजारों केस दर्ज हो चुके होते |

आखिर कब तक इस देश मे धर्मनिरपेक्षता की दोगली परिभाषा रचती जाती रहेगी ?

अगर ऐसे ही गाढ़ निद्रा मे हिंदू सोता रहेगा , अपने जातिवादी निम्न मानसिकता से बाहर निकलकर समस्त हिंदू समाज के हित की नही सोचेगा तो फिर सिर्फ १० साल के बाद इस देश मे हिन्दू एक दोयम दर्जे का नागरिक बन कर ही जियेगा |

फिर भारत मे हिन्दुओ के साथ वही सब होगा जो पाकिस्तान मे हिन्दुओ के साथ हो रहा है |


मेरे हिंदू मित्रों, उठो, जागो और अपने जातिपाती , अगडे पिछड़े , दलित स्वर्ण, प्रान्त छेत्र , आदि तुच्छ और निम्न मानसिकता से उपर उठो, और अपने लिए नही तो कम से कम अपने आने वाली पीढियो के बारे मे सोचो ..

कहीं ऐसा न हो की हमारी आने वाली पीढिया हमे ठीक वैसे ही गाली दे जैसे आज पाकिस्तान के हिंदू अपने पूर्वजो को कोसते है की उन्होंने इस बारे मे पहले ही क्यों नही सोचा ?

दुनिया के हिन्दुओ .. एक हो जाओ

अगर ऐसे ही गाढ़ निद्रा मे हिंदू सोता रहेगा , अपने जातिवादी निम्न मानसिकता से बाहर निकलकर समस्त हिंदू समाज के हित की नही सोचेगा तो फिर सिर्फ १० साल के बाद इस देश मे हिन्दू एक दोयम दर्जे का नागरिक बन कर ही जियेगा |

फिर भारत मे हिन्दुओ के साथ वही सब होगा जो पाकिस्तान मे हिन्दुओ के साथ हो रहा है |


मेरे हिंदू मित्रों, उठो, जागो और अपने जातिपाती, अगडे पिछड़े, दलित, सवर्ण, प्रान्त, क्षेत्र, आदि तुच्छ और निम्न मानसिकता से उपर उठो, और अपने लिए नही तो कम से कम अपने आने वाली पीढियो के बारे मे सोचो ..

कहीं ऐसा न हो की हमारी आने वाली पीढिया हमे ठीक वैसे ही गाली दे जैसे आज पाकिस्तान के हिंदू अपने पूर्वजो को कोसते है की उन्होंने इस बारे मे पहले ही क्यों नही सोचा ?

दुनिया के हिन्दुओ .. एक हो जाओ